इसके अलावा जिला चंबा की संस्कृति सहित यहां के पारंपरिक उत्पादों व कला के बारे में भी लोग जान रहे हैं। अभियान के तहत यहां पर चंबा रुमाल, चंबा थाल सहित अन्य उप्तादों को सुसज्जित किया गया है, जिनके बारे में यहां पहुंचने वाले लोगों को विस्तार से जानकारी दी जा रही है। फेस्टिवल में चलो चंबा अभियान को एक्ट संस्था की ओर से आने का न्यौता दिया गया था। यह संस्था टूरिज्म गांधी आफ इंडिया की उपाधि प्राप्त राज बासू की ओर से चलाई जा रही है। टिकाऊ ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों को पर्यटन उद्योग से जोड़ने के लिए हिमालयन आरेंज टूरिज्म फेस्टिवल आयोजित किया जाता है। इस फेस्टिवल की शुरुआत वर्ष 2010 में हुई थी। इसमें पूर्वोत्तर भारत, नेपाल और भूटान के समुदायों की भागीदारी होती है।यह एख वार्षिक उत्सव बन गया है। यह महिलाओं को सशक्त बनाने का एक जरिया है, जो कि आदिवासी समुदायों का समर्थन करता है और जैविक खेती और स्थानीय परंपराओं पर प्रकाश डालता है। यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है, पर्यावरण-पर्यटन को बढ़ावा देता है और सामुदायिक विकास में योगदान देता है। कार्यक्रम में भाग लेने के लिे अभियान से जुड़े मगनदीप, ज्योति, राजेश, अदम्या सिंह तथा मनुज शर्मा पहुंचे हैं।
चंबा के पर्यटन को चलो चंबा अभियान से लग रहे नए पंख
चंबा जिला के पर्यटन को चलो चंबा अभियान के तहत नए पंख लगाने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है। इसके तहत जहां चंबा जिला के खूबसूरत पर्यटन स्थलों के बारे में पूरे देश के लोग जान रहे हैं। वहीं, यहां की समृद्ध संस्कृति, कला व खानपान के भी लोग दीवाने हो रहे हैं। इसका लाभ चंबा जिला में पारंपरिक उत्पादों को तैयार करने वाले कलाकारों को भी हो रहा है।
क्या कहते हैं नाट आन मैप संस्था(Not on Map) के सह संस्थापक मनुज शर्मा
प्रशासन की ओर से शुरू किए गए चलो चंबा अभियान के तहत नाट आन मैप संस्था की टीम को छठे हिमालयन आरेंज फेस्टिवल में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिला था। इसके बाद अभियान से जुड़े लोग कोलकाता पहुंच गए हैं। इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए जिला चंबा में पर्यटन से जुड़े हितधारियों के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। यह चंबा की सुंदरता व पर्यटन को पूरे देश में दिखाने का एक अवसर है। चंबा के सभी पर्यटन हित-धारकों से आह्वान है कि अपने उत्पाद, ब्रोशर व प्रमोशन सामग्री हमें भेजें। जो उत्पाद जिस व्यक्ति या संस्था की ओर से भेजा जाएगा। उसी के नाम से इसका प्रसार किया जाएगा। इसके लिए व्हाट्सएप नंबर 98162-20009 तथा 011692-70594 पर संपर्क करने के साथ ही सामग्री भी भेज सकते हैं।
मनुज शर्मा, सह-संस्थापक नाट आन मैप संस्था।
