चुराह के डा. सुभाष कुमार(Dr. Subhash Kumar) प्रतिष्ठित युवा वैज्ञानिक पुरस्कार(Young Scientist Award) से सम्मानित

News88 Network, Chamba : चंबा जिला के उपमंडल चुराह के डा. सुभाष कुमार(Dr. Subhash Kumar) (एम.फिल, पीएचडी) को प्रतिष्ठित युवा वैज्ञानिक पुरस्कार(Young Scientist Award) से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान कृषि अनुसंधान एवं सामाजिक विकास सोसायटी नई दिल्ली(Agricultural Research and Social Development Society New Delhi) और दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय रोस्तोव-आन-डान रूस(Southern Federal University Rostov-on-Don Russia) की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कृषि प्रौद्योगिकी और संबद्ध विज्ञान(International Conference on Agricultural Technology and Allied Sciences) में प्रगति में माइक्रोबियल जैव प्रौद्योगिकी(Microbial Biotechnology) के क्षेत्र में दिया गया है। उन्होंने विज्ञान और समाज के लिए अपने उत्कृष्ट शोध योगदान के लिए अब तक 20 से अधिक रिसर्च आर्टिकल इंटरनेशनल साइंटिफिक जर्नल में प्रकाशित किए हैं। हाल ही में डा. कुमार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-नई दिल्ली (साहित्यिक अवलोकन) से युवा शोधकर्ता पुरस्कार से भी नवाजा गया था। 


Dr. Subhash Kumar



दक्षिण कोरिया में कर रहे पोस्ट डाक्टरल रिसर्चर

वर्तमान में डा. सुभाष कुमार खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग युंगनाम विश्वविद्यालय दक्षिण कोरिया(Department of Food Science and Technology Yeungnam University South Korea) में पोस्ट डाक्टरल रिसर्चर के रूप में कार्यरत हैं। डा. सुभाष कुमार का जन्म चंबा जिला के उपमंडल तीसा के लग्घा गांव में ब्रिज लाल के घर हुआ। उन्होंने अपनी 10वीं तक की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झज्जाकोठी से पूरी की। डा. कुमार ने अपनी पीएचडी की पढ़ाई सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर से पूरी की है।

आईसीएमआर-जेआरएफ नई दिल्ली(ICMR-JRF New Delhi) से पीएचडी के रिसर्च के लिए मिली है फेलोशिप

डा. कुमार को आईसीएमआर-जेआरएफ नई दिल्ली से पीएचडी के रिसर्च के लिए फेलोशिप मिल चुकी है। साथ ही इन्होंने सीएसआईआर नेट, एएसआरबी-नेट, गेट लाइफ साइंसेज-नई दिल्ली की राष्ट्रीय परीक्षा उत्तीर्ण किया हुआ है। वर्तमान में कोरियाई विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरफ से सेल कल्चर तकनीक और औद्योगीकरण की तरफ से फेलोशिप प्राप्त हो रही है।डा. सुभाष कुमार ने बताया कि वह कृषि प्रौद्योगिकी और संबद्ध विज्ञान में प्रगति (ICAATAS 2024)- नई दिल्ली से प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करके बहुत खुश हैं। बकौल डा. सुभाष कुमार मैं ईश्वर, अपने परिवार, मेरे पीएचडी पर्यवेक्षक डा. धर्म सिंह (प्रधान वैज्ञानिक सीएसआईआर-आईएचबीटी) मेरे वर्तमान पर्यवेक्षक डा. एमएच किम (प्रोफेसर दक्षिण कोरिया) का बहुत आभारी हूं। मैं अपने सभी शुभचिंतकों को उनके समर्थन और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद देता हूं।

सही दिशा में की गई कड़ी मेहनत से मिलते हैं अच्छे परिणाम

डा. सुभाष कुमार ने बताया कि यदि हम लक्ष्य को निर्धारित करने के बाद उसे हासिल करने की दिशा में निरंतर प्रयास जारी रखते हैं तो इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं। यदि हम बार-बार अपने लक्ष्य को बदलते हैं तो सफल होना बहुत मुश्किल हो सकता है। इसलिए जिंदगी में एक बार जो लक्ष्य निर्धारित कर लिया, उसके पूरा होने तक कड़ी मेहनत करें।

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