पांगी में भूख हड़ताल(Hunger strike in Pangi) का लोगों ने किया समर्थन, काले झंडे दिखाए(showed black flags)

News88 Network, Chamba : हिमाचल प्रदेश के आकांक्षी जिला चंबा के जनजातीय उपमंडल पांगी की समस्याओं का हल करने की मांगों को लेकर भूख हड़ताल कर रहे जन-प्रतिनिधियों के समर्थन में शुक्रवार को भारी संख्या में लोग जुटे। लोगों ने आवासीय आयुक्त कार्यालय पांगी के कार्यालय के बाहर काले झंडे दिखाते हुए खूब प्रदर्शन किया। साथ ही प्रशासन व सरकार सके खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। घाटी में पंचायत समिति सदस्य सतीश कुमार राणा और पूर्व जनजातीय सलाहकार समिति सदस्य कल्याण सिंह ठाकुर बीते 3 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे हैं। ये लोग घाटी में रहने वाले लोगों की समस्याओं का समाधान मांग रहे हैं।


पांगी में भूख हड़ताल, Hunger strike in Pangi



प्रशासन का आश्वासन भी नहीं आया काम

भूख हड़ताल पर बैठे जन-प्रतिनिधियों को आवासीय आयुक्त पांगी रमन घरसंगी ने मनाने का खूब प्रयास किया। उन्होंने समस्याओं का समाधान करने की बात लिखित में देने को लेकर भी कही। लेकिन, कल्याण सिंह ठाकुर और सतीश कुमार राणा ने कहा कि इतना काफी नहीं है। उन्होंने कहा कि बालन लकड़ी के दरों को कम करने की सरकार नोटिफिकेशन करे। जिला लाहुल-स्पीति में 800 रुपये में प्रति क्विंटल बालन मिल सकती है तो पांगी के लिए उसकी नोटिफिकेशन करने से सरकार क्यों कतरा रही है।

बिजली के अघोषित कट, मनरेगा में रोजगार व पेंशन सहित कई मुद्दे शुमार

जन-प्रतिनिधियों का कहना है कि पांगी घाटी में हमेशा विद्युत बोर्ड की ओर से बिजली के अघोषित कट लगाए जाते हैं। इससे आम जनता परेशान हो रही है। इसके विपरीत अधिकारियों तथा कर्मचारियों सहित रसूकदार लोगों को वीवीआइपी बिजली की सुविधा दी जा रही है। कार्यालयों में लाखों रुपयों के जनरेटर खरीद कर रखे गए हैं। फिर लोगों के काम करने के लिए यह बहाना क्यों है कि बिजली नहीं है। कई पंचायतों में मनरेगा कामगारों को 70 दिनों का रोजगार नहीं दिया गया है। विकास खंड कार्यालय में वीसेट हैं। जनरेटर व ब्राडबैंड की सुविधा भी है। फिर समय पर मस्ट्रोल क्यों नहीं निकाली जाती है? विधवा, अपंग, वृद्धावस्था पेंशन समय पर क्यों नहीं दी जाती है? कोई बुजुर्ग, विधवा व अपंग पेंशन के लिए आवेदन करता है तो उसके कागज दफ्तर में धूल फांकते रहते हैं। उनको यह नहीं बताया जाता कि उन्हें कब तक पेंशन मिलेगी। यही नहीं आम आदमी कार्यालय में जाते हैं तो अधिकारी नदारद रहते हैं। सेल्जमैनो की ओर से राशन का वितरण करने के बाद विभाग टेंडर कर रहा है।

क्या कहते हैं आवासीय आयुक्त

आवासीय आयुक्त पांगी रमन घरसंगी का कहना है कि उक्त जन-प्रतिनिधियों की ओर जो मांगें रखी गई हैं। उनका समाधान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इन्हें समस्याओं का समाधान करने की बात लिखित में भी देने की बात की। लेकिन, इसके बावजूद भी वे नहीं माने।समस्याओं का समाधान किया जाएगा। 

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