रिकार्ड न रखने वाले दवा स्टोर संचालकों में मचा हड़कंप
टीम की ओर से लगातार चंबा में सभी दवा विक्रेताओं की जांच की जा रही कार्रवाई से दवाओं का रिकार्ड न रखने वाले मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया है। टीम बीते तीन दिनों से चंबा शहर व आसपास लगते क्षेत्रों में दवा विक्रेताओं के दवाइयों से संबंधित रिकार्ड की जांच कर रही है। टीम सुबह ही दवा विक्रेताओं की दुकानों पर डेरा जमा लेती है तथा जांच का कार्य शाम तक चलता है। टीम एक सप्ताह तक चंबा में डेरा डाल सकती है। यह किसी भी टीम की ओर से की गई सबसे बड़ी कार्रवाई है।
बिना लाइसेंस दवा स्टोर चलाने वालों की खैर नहीं
जिला में वर्तमान समय में स्वास्थ्य विभाग के पास दवा विक्रेताओं की करीब 300 दुकानें ही पंजीकृत हैं। जबकि, जिला के विभिन्न उपमंडलों दर्जनों दुकानें बिना लाइसेंस के ही चल रही हैं। ऐसे दुकानदारों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग चंबा की ओर से कार्रवाई भी की गई है। वहीं, कई दवा विक्रेता बोरिया-बिस्तर पैक कर जाने को मजबूर हो गए हैं। इससे पूर्व टीम ने तीन दवा विक्रेताओं से करीब 40 हजार दवाओं एवं कैप्सूल का उचित रिकॉर्ड भी मांगा है। इन तीनों को दवा निरीक्षक द्वारा दो दिन का नोटिस जारी करके स्पष्ट रिकॉर्ड प्रस्तुत करने को कहा गया है।
क्या कहते हैं सीएमओ चंबा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डा. विपन ठाकुर का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्टेट सीआईडी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स व पुलिस टीम के साथ मिलकर दवा विक्रेताओं की दुकानों का रिकार्ड खंगाला है। इसके तहत दवा विक्रेताओं के लाइसेंस की जांच करने के साथ ही दवाइयों के क्रय व विक्रय का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। सभी दवा विक्रेताओं से अपील है कि दवाइयों का पूरा रिकार्ड रखें तथा बिना लाइसेंस दवाइयों की दुकान न चलाएं। यदि ऐसा करता हुआ कोई पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इसलिए सभी नियमों का पालन करें।
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